वीरपुर/सुपौल:-
आगामी 3 फरवरी को सरस्वती पूजा मनाई जाएगी जिसकी तैयारी जोर-शोर से शुरु हो चुकी है। वीरपुर नगर क्षेत्र के वार्ड 05 एवं 04 में मूर्तिकार देवी सरस्वती की प्रतिमाओं को तैयार करने में युद्धस्तर पर जुटे हुए हैं। वही बाजारों में रेडीमेड मूर्तियों के आने से स्थानीय मूर्तिकारों को उचित मुनाफा नहीं होने के साथ ही प्रतिस्पर्धा भी बढ़ गई है।

मूर्ति को अंतिम रूप देते मूर्तिकार!
मूर्तिकार श्याम देव ने बताया कि पहले की अपेक्षा वर्तमान में मूर्तिकारों की स्थिति दयनीय है। हालांकि, पुरानी परंपरा को आज भी आगे बढ़ाने का काम वे कर रहे हैं, लेकिन लागत और मेहनत के अनुसार मुनाफा नहीं मिल पाता है। कभी-कभी ऐसा भी होता है कि मूर्ति निर्माण के बाद उसकी बिक्री नहीं हो पाती है। जिसके कारण अगले वर्ष तक मूर्ति बेचने का इंतजार करना पड़ता है। इस दौरान कई मूर्तियां नष्ट हो जाती है जिसका नुकसान उन्हें सहन करना पड़ता है।

उन्होंने बताया कि सरस्वती पूजा को लेकर एक माह पूर्व से मूर्ति बनाने का काम शुरु किया गया है। वीरपुर कुमार चौक में वे करीब 25 वर्षों से मूर्ति का निर्माण करते आ रहे है।

उन्होंने बताया कि 3 फरवरी को होने वाले सरस्वती पूजा के लिए मूर्तियों को अब अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस बार पहले की अपेक्षा मूर्तियों के लिए अग्रिम बुकिग पहले ही हो गयी है।