कुल 327 मामलों मे 1,21,44,530 राशि के समझौते पर 5,70,625 रूपये की हुई वसूली
वीरपुर
व्यवहार न्यायालय परिसर मे शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत व्यवहार न्यायालय की एसीजेएम रागिनी कुमारी की अध्यक्षता में अनुमंडल न्यायिक दंडधिकारी सचिन कुमार, न्यायिक पदाधिकारी पंकज कुमार, मुंशिफ सुधीर कुमार, एसडीएम नीरज कुमार, एसडीपीओ सुरेन्द्र कुमार व विधिज्ञ संघ के वरीय अधिवक्ताओ ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की. राष्ट्रीय लोक अदालत मे व्यवहार न्यायालय परिक्षेत्र से जुड़े विभिन्न बैंक, विद्युत, टेलीफोन, 107 के मामले समेत कई अन्य स्टाल लगाए गए थे.
आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत मे कुल 327 मामलों मे 1 करोड़ 21 लाख 44 हजार 530 रूपये के सुलहनामे पर 5 लाख 70 हजार 625 रूपये की वसूली हुई.
राष्ट्रीय लोक अदालत की जानकारी देते हुए व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता प्रभाकर सिंह ने बताया कि आज के लोक अदालत मे बैंक ऋण से जुड़े कुल 203 मामले आए थे जिसमे स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के 42 मामले, सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया के 84 मामले, उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक के 37 मामले, पंजाब नेशनल बैंक के 19 मामले, बैंक ऑफ़ इंडिया के 21 मामले थे. धारा 126 बीएनएस के 76 मामले, माप तौल के सात मामले, श्रम विभाग के एक, वन विभाग के दो मामले, विद्युत से जुड़े 33 मामले, क्रिमिनल कम्पउंडेबल के पांच मामले थे
जिनमे से दोनों पक्ष की सहमति से मामले का सुलहनामा किया गया.
उद्घाटन सत्र के दौरान एसडीपीओ सुरेन्द्र कुमार ने कहा कि भारत सरकार के सुप्रीमकोर्ट के सहयोग से साल मे चार बार राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जाता है ताकि मामले का सुलह हो सके. यह सस्ता और सुलभ है. आपसी समंजस्य के तहत मामला का निपटारा किया जाता है.
एसडीएम नीरज कुमार ने कहा कि लोक अदालत आपसी समझौता के आधार पर मामलों का निष्पादन त्वरित होता है क़ानून प्रक्रिया जटिल नहीं है लोग अवगत नहीं है. जो सभी के लिए संभव नहीं है. इस सेवा का लाभ जरूर उठावे, और मामलों का निपटारा कराये लोक अदालत की महत्ता को बताये. लोक अदालत के फायदे को बतायें.
एसीजेएम रागिनी कुमारी ने करीब 11 बजे बताया कि पूरे देश मे मुकदमो का अम्बार लगा हुआ है. उसे एक वैकल्पिक तरीका दिया गया है. जिसमे लोक अदालत के माध्यम से दोनों पक्ष हिस्सा लेते हैं, बातचीत करते हैं और बातचीत कर मुक़दमे का निपटारा करते हैं. आज के राष्ट्रीय लोक अदालत मे चार बैंच का गठन किया गया है.
पूरे कार्यक्रम के दौरान 50 पीएलवी और सम्बंधित संस्थान के प्रतिनिधि की भागेदारी बनी रही. वही विधिज्ञ संघ से सचिव लक्ष्मी नारायण राण, एसपी मण्डल, व अन्य अधिवक्ता मौजूद थे.
फोटो – दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन करते अतिथि, मौके पर मौजूद पदाधिकारी